
काठमाडौं। आर्थिक गतिविधि सुस्त भइ ऋण असुली प्रभावित हुँदा वाणिज्य बैंकहरुको नाफा खुम्चिएको छ। चालु आर्थिक वर्षको १० महिनामा वाणिज्य बैंकहरुको औषत नाफा १.६७ प्रतिशतले खुम्चिएको हो।
ऋण असुली प्रभावित भइ खराब कर्जा बढेर कर्जा नोक्सानीले गर्दा बैंकहरुको नाफा घटेको हो। चालु आर्थिक वर्षको वैशाखसम्म वाणिज्य बैंकहरुले ४७ अर्ब ७९ करोड नाफा गरेका छन्। पोहोर यसै अवधिमा वाणिज्य बैंकहरुको नाफा ४८ अर्ब ६० करोड थियो।
यस अवधिमा १० बैंकले नाफाको नाफा खुम्चिदा १० वटाले नाफा बढाएका छन्। यस अवधिमा एनआइसी एशिया बैंकको नाफा सबैभन्दा धेरै ७७.८७ प्रतिशतले खुम्चिएको छ। नेपाल बैंकको नाफा भने ४५७.१२ प्रतिशतले वृद्धि भएको छ।
चालु आर्थिक वर्षमा राष्ट्र बैंकले असल कर्जाको कर्जा नोक्सानीलाइ घटाएर १ प्रतिशतमा झारेपनि बैंकहरुको नाफा भने प्रभावित पारेको छ।
कुन बैंकले गरे कति नाफा ?
वाणिज्य बैंकहरु | २०८१/०८२ वैशाखसम्मको नाफा (रु.दशलाखमा) | २०८०/०८१ वैशाखसम्मको नाफा (रु.दशलाखमा) | फरक (प्रतिशतमा) |
नेपाल | ३,२८८.७७ | ५९०.३२ | ४५७.१२ |
राष्ट्रिय वाणिज्य | १,७७०.४३ | २,५६३.२१ | -३०.९३ |
नबिल | ५,६०३.९१ | ५,४६२.५७ | २.५९ |
नेपाल इन्भेष्टमेन्ट मेगा | ५,०२०.८३ | ३,७७१.०३ | ३३.१४ |
स्टान्डर्ड चाटर्ड | २,३४६.४२ | २,६६५.८६ | -११.९८ |
हिमालयन | ६८३.४४ | २,२२८.९८ | -६९.३४ |
नेपाल एसबिआई | १,३८२.०७ | १४२२.९५ | -२.८७ |
एभरेष्ट | ३,९०३.३० | २,९८०.३५ | ३०.९७ |
एनआइसी एसिया | ४७८.७ | २,१६३.२४ | -७७.८७ |
माछापुच्छ्रे | १३१३.५३ | ११०६.२२ | १८.७४ |
कुमारी | ४८१.९४ | १,४२९.२० | -६६.२८ |
लक्ष्मी सनराइज | २,१५६.५४ | १,९५६.९६ | १०.२ |
सिद्धार्थ | २०११.१६ | १,९७७.७२ | १.६९ |
कृषि विकास | १७३३.८ | २,६९७.८१ | -३५.७३ |
ग्लोबल | ५,३५५.४१ | ४,१२२.९९ | २९.८९ |
सिटिजन्स | ११८१.५१ | १५०३.२३ | -२१.४ |
प्राइम | २,५८५.५९ | ३,२२५.७५ | -१९.८५ |
एनएमबि | २,६२५.४९ | २,४८७.३१ | ५.५६ |
प्रभु | २,००१.४० | २५०४.६२ | -२०.०९ |
सानिमा | १,८७०.५० | १,७४६.४४ | ७.१ |
जम्मा | ४७७९४.७४ | ४८६०६.७६ | -१.६७ |