
काठमाडौं । बढ्दो खराब कर्जा र लागतका कारण बैंकहरुको नाफामा यसपाली उल्लेख्य गिरावट देखिएको छ। उपलब्ध तथ्यांक अनुसार आधाभन्दा बढी बैंकको नाफा घटेको छ।
बैंकहरुको खराब कर्जा अनुपातमा बढोत्तरी देखिएको छ भने डुबेको ऋणका लागि गर्नु पर्ने नोक्शानी व्यवस्थापनको खर्च बढेर गएको छ।
ऐतिहासिक रुपमा नेपाल बैंकको नाफा घटेको छ। पोहोरको चैतको तथ्यांकसँग तुलना गर्दा यसपाली नेपाल बैंकको नाफा ९२ प्रतिशतभन्दा बढीले घटेको हो। माघदेखि चैतसम्म अर्थात पछिल्लो त्रैमासको मात्र हेर्ने हो भने बैंक नोक्शानीमै गएको छ।
लक्ष्मी सनराइज, नेपाल इन्भेष्टमेन्ट मेगा, प्राइम कमर्सियल, सिद्धार्थ, हिमालयन बैंकको नाफा बढेको छ।
अघिल्लो त्रैमासहरुमै नोक्शानी व्यवस्थापन गर्न सकेकाहरुको नाफा घट्ने क्रममा केही ब्रेक लागेको छ। अहिले आएर नोक्शानी ब्यवस्थापन गर्नेहरुको उच्च दरले नाफा घटेको छ।
कुन बैंकको अवस्था कस्तो ?
बैंक | चालु बर्ष | गत बर्ष | फरक |
नबिल बैंक | ४६६८०२९००० | ५११६१७४००० | -८.७६ |
ग्लोबल आइएमई बैंक | ३३०६५५२००० | ४३५८२६४००० | -२४.१३ |
नेपाल इन्भेष्टमेन्ट | ३२७५२७७००० | ३०४६१२३००० | ७.५२ |
प्राइम कमर्सियल | २८७८७४६२२१ | २४६७५५६९३४ | १६.६६ |
एभेष्ट बैंक | २६०८४६४००० | २४६६०६४००० | ५.७७ |
स्ट्याण्डर्ड चार्टर्ड बैंक | २४४७१२२००० | २६१००८७००० | -६.२४ |
राष्ट्रिय वाणिज्य बैंक | २३७४८२३७५० | ३५७६७७४५५२ | -३३.६० |
एनएमबि बैंक | २२४१५९५००० | २६८२५३२००० | -१६.४४ |
कृषि विकास बैंक | २०५३१६६२२६ | १०४१०३७९६७ | ९७.२२ |
हिमालयन | १९४८१८१२२२ | १७३८८६२८१७ | १२.०४ |
एनआइसी एसिया | १९१४८९१६७० | ४०१४९२४५४६ | -५२.३१ |
प्रभु | १८१२४५८००० | १९५४६२५००० | -७.२७ |
नेपाल एसबीआइ | ११६४१७७८६८ | १८०३२८५७९८ | ३५.४४ |
सिद्धार्थ बैंक | १६८४०९०७२९ | १४९०१०१०३७ | १३.०२ |
लक्ष्मी सनराइज | १६१५९०३००० | १२६५३४५००० | २७.७० |
सानिमा | १४३९४४२८०६ | १७११६१३८२४ | -१५.९० |
सिटिजन्स बैंक | १२११४१६८१२ | १२३६०६१६०१ | -१.९९ |
कुमारी | १०५२७९४५२५ | १३०१६५९४०१ | -१९.१२ |
माछापुच्छ्रे | ८५५४४६५५७ | १३५१९५२४७१ | -३६.७३ |
नेपाल बैंक | १३०५०९१०६ | १७८२३२९९९९ | -९२.६८ |