काठमाडौं । अधिकांश विकास बैंकहरुले नाफा बढाएका छन्। चालु आर्थिक वर्षको तेस्रो त्रैमास (चैत मसान्तसम्म) आइपुग्दा अधिकांश विकास बैंकहरुले नाफा बढाउन सफल भएका हुन्।
यस अवधिमा ज्योति विकास बैंक, कामना सेवा, महालक्ष्मी विकास र सांग्रिला डेभलपमेन्ट बैंकले नाफा बढाउँदा लुम्बिनी र मुक्त्तिनाथ विकास बैंकको नाफा भने खुम्चिएको छ।
चैत मसान्तसम्म ज्योति विकास बैंकको नाफा सबैभन्दा धेरै १०१.१४ प्रतिशतले वृद्धि भएको छ।
मुक्तिनाथ विकास बैंकले भने सबैभन्दा धेरै ७२ करोड रुपैयाँ नाफा गरेको छ। तर, चालु आर्थिक वर्षको तेस्रो त्रैमाससम्म बैंकको नाफा १६.८६ प्रतिशतले खुम्चिएको छ।
राष्ट्रिय स्तरका विकास बैंकहरु
विकास बैंक | २०८१ चैतसम्मको नाफा (रुपैयाँमा) | २०८० चैतसम्मको नाफा (रुपैयाँमा) | नाफा फरक (प्रतिशतमा) |
---|---|---|---|
ज्योति विकास बैंक | ३०६६११८४१ | १५२४३३४२० | १०१.१४ |
कामना सेवा | ४९३१८४५६९ | ३३१३६३२३० | ४८.८४ |
लुम्बिनी | ४९७८३५६९ | ३४२१६८०९७ | -८५.४५ |
महालक्ष्मी | ४३६५५९४४२ | ३७३५५१५२९ | १६.८७ |
मुक्त्तिनाथ | ७२४८५२००० | ८७१८२५००० | -१६.८६ |
सांग्रिला | ४३४२१८३३४ | २६९३८९८०७ | ६१.१९ |
गरिमा | ७३३४९१२८७ | ६८३४६२३४८ | ७.३२ |
शाइन रेसुङगा | ५१४०१४४१७ | ५१४६५९१५२ | -०.१३ |
जम्मा | ३६९२७१५४५९ | ३५३८८५२५८३ | ४.३५ |
चालु आवको ९ महिनामा राष्ट्रियस्तरका विकास बैंकहरूको औसत खराब कर्जा ४.९७ प्रतिशत पुगेको छ। पोहोर सोही अवधिमा खराब कर्जा ३.३४ प्रतिशत थियो।
विकास बैंक | २०८१ खराब कर्जा (%) | २०८० खराब कर्जा (%) | २०८१ वितरण योग्य नाफा (रु) | २०८० वितरणयोग्य नाफा (रु) |
---|---|---|---|---|
ज्योति विकास बैंक | ४.९८ | ४.९७ | -५६८७७६६०४ | -२८६६५८४६६ |
कामना सेवा | ४.२७ | ३.५५ | ४९९८५९६२४ | २८७३३१५६६ |
लुम्बिनि | ७.१८ | ३.६९ | ४८०९३८ | ९१६६२६११ |
महालक्ष्मी | ४.९९ | ४.१६ | १६३४८५०४७ | ९८८३२७१३ |
मुक्त्तिनाथ | ४.४१ | २.०२ | ६१९५६०००० | १०२८६००० |
सांग्रिला | ४.९७ | ३.८४ | २४०२७१२६९ | -६०१९४८४३ |
गरिमा | ४.७८ | २.९७ | ३५०४९३९६२ | १०२१००१२७ |
शाइन रेसुङगा | ४.७६ | ३.४१ | ३८७१९४२११ | १४८८८५९०९ |
जम्मा | ४.७९ | ३.३४ | १६९२५६८४४७ | ३९२२४५६१७ |